ना धन , ना सम्मान चाहिए सिर्फ तुम्हारा ध्यान चाहिए

ना धन , ना सम्मान चाहिए सिर्फ तुम्हारा ध्यान चाहिए




ना धन , ना सम्मान चाहिए ,
सिर्फ तुम्हारा ध्यान चाहिए |
तेरे नाम गुणों को गाये ,
ऐसी मधुर जबान चाहिए ||
.
तुमसे ही पहचान चाहिए ,
निर्मल मन और प्राण चाहिए ||1||

भक्ति का वरदान चाहिए
सीधा, सच्चा , ज्ञान चाहिए ||2||

प्रेम सुधा रस पान चाहिए
मुरली की मृदु तान चाहिए ||3||

तुम को पा लूँ "आन" चाहिए
दिल में तू मेहमान चाहिए ||4||

"चाह ना हो" ईमान चाहिए ,
चौरासी से त्राण चाहिए ||5||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
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