मैं नाचूँ तू बंशी बजावे , कर दे पूरी चाह ,
published on 17 September
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मैं नाचूँ तू बंशी बजावे ,
कर दे पूरी चाह ,
सांवरियां ऐसी तान सुना ||
रस की धार बहे इस मन में ,
अनुपम प्यार बेस इस मन में ,
तेरी याद न बिसरे एक पल ,
ऐसा मस्त बना ||१||
नैनं है मेला असुअन का ,
पल पल फेरत उठत जीवन का ,
हर एक स्वास पुकारे प्रीति ,
ऐसी लगन लगा ||२||
हर पल तेरा रूप निहारूं ,
सोवत जागत तुम्हें पुकारूँ ,
हरी हरौ मन की तडपावत ,
प्रेम की ज्योति जगा ||३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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