
रसिया रे मन बसिया रे
तेरे बिना जिया मोरा लागे ना
सुन सुन मुरली की धुन मतवारी
रह जाये राधा तोरी थारी की थारी
लाख जतन करूँ, लाज की मारी
पाँव छत पर आये ना ||1||
संग संग चलूँ तोरे मन तो ये चाहे रे
लोक लाज रोके पिया का करूँ हाय रे
राम करे हाय किसी के मन में बैरी
जागे ना ||2||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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