वेदों के मीठे वाक्य सुन लो प्यार से,दुई का नाश

वेदों के मीठे वाक्य सुन लो प्यार से,दुई का नाश



वेदों के मीठे वाक्य सुन लो प्यार से,
दुई का नाश होता है आत्म विचार से |

मंज़िल तो तेरी दूर है जाना जरूर है ,
तन मन में शक्ति भर लो ऊँचे विचार से ||१||

ब्रह्म विचार कीजिये फिर जगत है कहाँ ,
जगत दिखाई देता है भ्रम के आधार से ||२||

सुरति माता की गोद में जब खेलते थे हम ,
माता प्यार करती है अच्छे आचार से ||३||

''जय श्री राधे कृष्णा ''

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