
श्याम सुन्दर से जिसका सम्बन्ध है,
उसको हर घडी आनंद ही आनंद है।
झूठी ममता से करके किनारा,
लेके सच्चे प्रभु का सहारा,
जो उसी की रजा में रजामंद है ||1||
निंदा चुगली ना जिसको सुहावे,
बुरी सगत की रंगत ना भावे,
जिस को सत्संग हर दम पसंद है ||2||
संत ऋषिओं की वाणी को मानो,
प्रेम भक्ति की महिमा को जानो,
जिसके हृदयमें बाल मुकुंद है ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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