झूला झूलत हैं नंदकिशोर

रचनाकार
By -
0


झूला झूलत हैं नंदकिशोर ,
बरस जा कारे कारे बादरा ।

हरि रुप गुणों की बलिहारी ,
श्री चरणों में तन मन वारी ।
देखो छाई घटा घनघोर ||1||


घनश्याम छटा नभ में छाई ,
कैसी दिव्य अनूँठी प्रभुताई ।
देखो यमुनाजी लेत हिलोर ||2||

श्री चरणों ने हमको अपनाया ,
सब सार तत्व हमें समझाया ।
देखो छाई कृपा चहुँ ओर ||3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Share your thoughts on Lord Krishna. Join the discussion! 🕉️💬🙏

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

श्रीकृष्ण से जुड़े अनुभव को और भी सुंदर बनाने हेतु, यह वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है। विवरण देखें
Ok, Go it!