झूला झूलत हैं नंदकिशोर

झूला झूलत हैं नंदकिशोर



झूला झूलत हैं नंदकिशोर ,
बरस जा कारे कारे बादरा ।

हरि रुप गुणों की बलिहारी ,
श्री चरणों में तन मन वारी ।
देखो छाई घटा घनघोर ||1||


घनश्याम छटा नभ में छाई ,
कैसी दिव्य अनूँठी प्रभुताई ।
देखो यमुनाजी लेत हिलोर ||2||

श्री चरणों ने हमको अपनाया ,
सब सार तत्व हमें समझाया ।
देखो छाई कृपा चहुँ ओर ||3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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