
कान्हा ओ कान्हा,चरणों में जगह दे मुझे ,
तूं करदे नजर,तूं करदे महर,चरणों में जगह दे मुझे |
छोड़ दर मैं तेरा,अब जाऊं कहाँ,नहीं अपना कोई हैं मेरा यहाँ ,
ठुकराया गया,मैं लुटाया गया,अपनों से ही मैं सताया गया,
आंसू गम के पिये,उफ़ कर न सके,बचाले तू इनसे मुझे ||1||
मैं देंखू जिधर,दिखतें है उधर,फैलाये है फन खड़े अजगर ,
लगते हैं सभी,मुझको विषधर,अमृत भी यहाँ लगता है जहर ,
वो हँसते रहे,हम रोते रहे,वर शक्ति का दे दे मुझे ||2||
है टूटा भ्रम,टूटा है अहम, झुठा था मेरा वो सारा वहम ,
भुलाये हैं मैंने,सारे वो गम, आया है शरण तेरे 'टीकम ,
हाथ थामों मेरे, खड़ा दर पे तेरे,वर भक्ति का दे दे मुझे ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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