
जब देखा तुझे मुरली वाले ,
दिल हमारा तो बस में नहीं है
अपने जलवे की मत पूछो हमसे ,
जलवा कोई भी कम तो नहीं है ||
रूप सजते हो तुम नित नवेले ,
रूप तेरा दीवाना बनाये ,
जो सजाता हैं तुमको कन्हैया ,
वो भी आशिक तेरा कम नहीं हैं || १ ||
कहीं मणियों की बेणी बनी है ,
कभी कलियाँ सुहानी सजी हैं
लट मस्ती में श्री मुख को चूमे ,
उसकी किस्मत सी किस्मत नहीं है || २ ||
देख चितवन तेरी शोख आखें ,
बिन पिये ही नशा चढ़ गया है
दिल को कैसे सम्भालूँ कन्हैया ,
" नन्दू " बहकूँ अगर गम नहीं है || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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