तुम्हे श्याम अपना बना के रहेंगे

तुम्हे श्याम अपना बना के रहेंगे




धुन-प्यार की ज़िन्दगी


तुम्हे श्याम अपना बना के रहेंगे गमें हाल दिल का सुना के रहेंगे |
दयालु कहाकर क्यूँ मुँह मोड़ते हो , पकड़ हाथ निर्बल का क्यूँ छोड़ते हो , रूठे हो गर तुम हमसे , मना के रहेंगे || १ ||

कभी साथ आकर के बैठो तो जानो , मुलाक़ात करने की ज़रा दिल में ठानो , घावों से छलनी दिल ये , दिखा के रहेंगे || २ ||

मनो हमारी या हमें तुम बतादो , कैसे भी करके मेरी बिगड़ी बनादो , " सांवर " ये दुरी तुमसे , मिटाके रहेंगे || ३ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''

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