
धुन- मैं तो चली बाबुल के घर
लेके आयें हैं फूलों का हार ,
श्रिंगार तेरा प्यारा लगे |
कर लो कर लो प्रभुजी स्वीकार ,
श्रिंगार तेरा प्यारा लगे |
भगतों ने मिलकर ये गजरा बनाया , मन के भावों को इसमें सजाया , इसमें जोड़े हैं प्रेम की तार || १ || चम्पा चमेली की कलियाँ है प्यारी , गेंदा ने केसरिया रंगत संवारी , सजा इसमें है , भगतों का प्यार || २ || रजनीगंधा और गुलाब मंगाया , चुन चुन के भगतों ने इसको सजाया, छाई मोतियों की प्यारी बहार || ३ || करलो स्वीकार कान्हाँ गजरा पहनाऊं , तेरे चरणों की सेवा मैं चाहूं , " श्याम सुन्दर " मत करना इनकार || ४ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''
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