हे घनश्याम , तेरा नाम , हमको अच्छा लगता है

हे घनश्याम , तेरा नाम , हमको अच्छा लगता है




धुन-कभी ना कभी
हे घनश्याम , तेरा नाम , हमको अच्छा लगता है बड़ा ही प्यारा लगता है , सबसे अच्छा लगता है | जब भी नाम पुकारूँ तेरा , कुछ ना कुछ अहसास करूँ , तू बोले चाहे ना बोले , फिर भी तुमसे बात करूँ , आस पास कहीं बैठे हो तुम , हमको ऐसा लगता है || १ || पहले पहले हमने यूँ ही , शौक से तेरा नाम लिया , लेकिन तेरे नाम ने मोहन , जादू सा काम किया, अब तो हर धड़कन से मोहन , तेरा नाम निकलता है || २ || अब तो दिल में आस यही है , बस तेरा दीदार करूँ मालिक तेरे पावँ पकड़ कर , सपने को साकार करूँ " बनवारी " दर्शन के खातिर , दिल मेरा आज तड़पता है || ३ ||


''जय श्री राधे कृष्णा ''



Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: