क्यूँ गरीबों का साथी बना

क्यूँ गरीबों का साथी बना





धुन- ज़िन्दगी प्यार का गीत है
क्यूँ गरीबों का साथी बना , बन गया तो निभाना पड़ेगा चाहे कितने बहाने बना , साँवरे तुमको आना पड़ेगा | क्यूँ गया था विधुर के तू घर , खा लिए छिलके भी पेट भर, पहले थे ऐसे दो चार ही , अब तो घर घर में जाना पड़ेगा || १ || चाहे नानी हो या द्रोपदी , लाज़ सबकी है तुने रखी जो लगा था सुदामा गले , अब हमें भी लगाना पड़ेगा || २ || हारे का क्यूँ सहारा बना , डूबते का किनारा बना, बनके माँझी मेरी नाव को , पार भव से लगाना पड़ेगा || ३ || फेर ले चाहे हमसे नज़र , जायेगा रूठ के तू किधर, जो लगे " सोनू " को ठेस भी , दर्द तुमको उठाना पड़ेगा || ४ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''


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