
धुन-रमैया वस्तावैय्या श्याम दरबार तेरा , श्याम दरबार तेरा सारे जग से निराला , सारे जग से निराला | कोई तुमसा नहीं , इस संसार में, काम होता सभी का , दरबार में || १ || कोई रोता हुआ , कोई हँसता हुआ, आया दरबार में , काम सबका हुआ || २ || सर झुकाते रहो , बस मनाते रहो, सच्चा दरबार है , यहाँ आते रहो || ३ || श्याम दिलदार है , सच्चा दरबार है, इसको " बनवारी " , मेरा नमस्कार है || ४ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''
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