
धुन- थोड़ा इन्तजार का
साँवरे सलोने का दीदार चाहिये मुझे तो कन्हैया का प्यार चाहिये |
सपनों में मेरे आने लगा है, दिल को मेरे चुराने लगा है, दोनों तरफ़ का इकरार चाहिये || १ ||
ओ साँवरे सलौना प्यारी सी सूरत, दिल में बसाली कन्हैया की सूरत, एक बार नहीं हमको हर बार चाहिये || २ ||
याद किया है वादा निभाना , बड़ा होकर छोटे को गले से लगाना, मुझे श्याम का भी ऐतबार चाहिये || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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