प्यारा लागे प्यारा लागे , हे मेरे घनश्याम

प्यारा लागे प्यारा लागे , हे मेरे घनश्याम



धुन- मेरा जीवन कोरा कागज़
प्यारा लागे प्यारा लागे , हे मेरे घनश्याम अधरों पे बंशी सुहानी , मीठी सी मुस्कान | तन पीताम्बर गल बैजन्ती , ' तिरछे नैन कटार , लट निराली घुँघर वाली , ' मोर मुकुट सिरधार , प्यारी छवि अति है मनोहर , कुण्डल सोहे कान || १ || कमर में करधनी अनूठी ' हाथों में फुल , नासिका के बिच कैसी , ' मणि रही एक झूल , देखकर प्यारी अदाएँ , मन हुआ कुर्बान || २ || इत्तर चन्दन केशर से तेरा , ' महक रहा दरबार, भक्त हो मगन नाचे , ' पल पल जाये बलिहार, दास " सांवर " शरण तेरी , करता है गुणगान || ३ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''

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