
धुन- छुप छुप खड़े हो ज़रूर कोई बात है
खाटू वाले श्याम तेरा , सच्चा दरबार है तेरी जय जयकर बाबा , तेरी जय जयकर है |
भक्तों के खातिर , कलयुग में आया , दरबार अपना , खाटू लगाया , अपने भक्तों के लिये , करता चमत्कार है || १ ||
आवाज़ जिसने , दिल से लगाई, बिगड़ी हुई को , पल में बनाई , दिनों के खातिर , हरदम तैयार है || २ ||
दरबार इनका , सबसे निराला , कलयुग में है , इनका बोलबाला, " बनवारी " चरणों में , करता नमस्कार है || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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