
धुन- ना मुँह छुपा के जिया
हमें तो जो भी दिया , श्याम बाबा ने दिया हमेशा आपके हाथों से , सर झुका के लिया |
मेरी ये ज़िन्दगी सरकार की अमानत है, बदल जो जाऊं प्रभु से , तो मुझपे लानत है, हमेशा आपकी चौखट से , मुस्कुरा के गया || १ ||
जहाँ में बाबा , तुम्हारा कोई जवाब नहीं , दयालु ऐसा दया का , कोई हिसाब नहीं , दयालु श्याम ने बीन बोले , हमारा काम किया || २ ||
निभाया अब तक , आगे भी निभा देना, तेरी तौहीन है , किसी और से भीझा लेना , हमेशा द्वार से " बनवारी " झोली भर के गया || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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