
तर्ज- सूरज कब दूर गगन से
वो लाल लंगोटे वाला,माता अंजनी का लाला, भक्तो के कष्ट मिटाये,विपदा को दूर भगाये, ऐसा तो सालासर वाला है,भक्तो का रुखाला है |
सालासर मै देखो भवन बना है भारी, सोने और चाँदी की चमक अनोखी प्यारी,
मंदिर की छटा निराली,सुध बुध खो देने वाली ||1||
दूर दूर से यात्री दर्शन करने आते, हनुमत के चरणों मै जाकर शीश नवाते, जो सच्चे मन से जाता,मनवांछित फल वो पाता ||2||
सुन्दरकाण्ड पढ़े तो हनुमत खुश हो जाते, उनपे किरपा है जो,हनुमान चालीसा गाते, नित पाठ करे जो इनका,ये ध्यान रखे है उनका ||3||
छोड़ो दुनियादारी मोह माया को त्यागो, भक्त शिरोमणि है ये,भक्ति का वर मांगो, "बिन्नू" भक्ति मिल जाये,रस्ता रोशन हो जाये ||4||
.''जय श्री राधे कृष्णा ''
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9:04am
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