मेरी ज़िन्दगी को सम्हालो कन्हैया तुम्हारी ये नैया , तुम्हीं हो खिवैया |

मेरी ज़िन्दगी को सम्हालो कन्हैया तुम्हारी ये नैया , तुम्हीं हो खिवैया |



धुन- तुम्हीं मेरे मन्दिर

मेरी ज़िन्दगी को सम्हालो कन्हैया तुम्हारी ये नैया , तुम्हीं हो खिवैया |

न दूजा कोई जो किनारे लगाये, भँवर दिख रहे हैं कहीं फँस न जाये , सभी सँकटों से तुम्हीं हो बचईया || १ ||

तुम्हारे भरोसे जिसकी हो नौका, कभी आज तक तो खाया न धोका, चले आओ अब तो बिगड़ी बनईया || २ ||

तुम्हीं मेरे रक्षक तुम्हीं देवता हो, " बिन्नू " कहे तुम्हीं माता-पिता हो, तुम्हीं से है यारी तुम्हीं मेरे भईया || ३ ||


''जय श्री राधे कृष्णा ''




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