
धुन- काँकरिया मार के जगाया तेरे चरणों में मस्तक नवाऊँ तेरा जी भर के दर्शन मैं पाऊँ साँवरे...श्याम प्यारे | मैं हूँ तेरा , तूँ है मेरा , कैसा ये रिश्ता है तेरा मेरा, तुझे किस भाव से मैं रिझाऊँ...साँवरे...श्याम प्यारे || १ || जानूं नहीं , पहचानु नहीं , एक तेरे सिवा किसी को भी मानू नहीं, नहीं दूजे दरवाजे पे जाऊँ...साँवरे...श्याम प्यारे || २ || लागी लगन , होके मगन , मैं तो मस्ती में गाता हूँ तेरे भजन, तेरी घर घर में ज्योत जगाऊँ...साँवरे...श्याम प्यारे || ३ || द्वार तेरा दरबार तेरा " बिन्नू " कहता यही है सँसार मेरा , तेरे भक्तों संग मौज मैं उड़ाऊँ...साँवरे...श्याम प्यारे || ४ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''
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