खाटूवाले तुम्हारे दर्शन को , रातदिन दास ये तरसता है
published on 26 September
leave a reply
धुन- याद में तेरी जाग
खाटूवाले तुम्हारे दर्शन को , रातदिन दास ये तरसता है
हर घडी तेरा नाम ले लेकर , सिसकी भर भर रोया करता है |
तेरा बेटा उदास है बाबा , लीले चढ़ कर जल्दी आजा तूँ
तुझसे मिलने की आस मैं हरपल , तेरा रास्ता निहारा करता है || १ ||
ऐसी है क्या तुम्हारी मज़बूरी , अपने सेवक से कैसी ये दुरी
तेरे चरणों की धूल मिल जाये , बस यही ख्वाब देखा करता है || २ ||
तेरा आना न हो अगर मुमकिन , मुझको ही दर पे तूँ बुलाले रे
जाने कब मुझपे हो करम तेरा , " हर्ष " दिनरात आहें भरता है || ३ ||
"जय श्री राधे कृष्ण"
0 Comments: