खाटूवाले तुम्हारे दर्शन को , रातदिन दास ये तरसता है

खाटूवाले तुम्हारे दर्शन को , रातदिन दास ये तरसता है



धुन- याद में तेरी जाग

खाटूवाले तुम्हारे दर्शन को , रातदिन दास ये तरसता है
हर घडी तेरा नाम ले लेकर , सिसकी भर भर रोया करता है |

तेरा बेटा उदास है बाबा , लीले चढ़ कर जल्दी आजा तूँ
तुझसे मिलने की आस मैं हरपल , तेरा रास्ता निहारा करता है || १ ||

ऐसी है क्या तुम्हारी मज़बूरी , अपने सेवक से कैसी ये दुरी
तेरे चरणों की धूल मिल जाये , बस यही ख्वाब देखा करता है || २ ||

तेरा आना न हो अगर मुमकिन , मुझको ही दर पे तूँ बुलाले रे
जाने कब मुझपे हो करम तेरा , " हर्ष " दिनरात आहें भरता है || ३ ||

"जय श्री राधे कृष्ण"


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