खुश हो जाये गर साँवरा , हर ठाठ देता है

खुश हो जाये गर साँवरा , हर ठाठ देता है



धुन- उस बाँसुरी वाले की गोदी में सो जाऊँ

खुश हो जाये गर साँवरा , हर ठाठ देता है, ज्यादा उड़ने वालों के पर , काट देता है |

दर इसके प्रेम से जाना , श्रद्धा से शीश झुकाना, देखेगा नज़रें भरके , भर देगा तेरा खज़ाना, दुखियों को धन दौलत से , ये पाट देता है || १ ||

ऐसा न लखदातारी , खाटू नगरी इसे प्यारी, बेधड़क मनाले इसको , बनकर के प्रेम पुजारी, बनकर के साथी भक्तों को , ये प्यार देता है || २ ||

मेरा बाबा खाटूवाला , खोले किस्मत का ताला, जो शरण श्याम की जाता , नहीं खाली उसे लौटाता, भक्तों का दुखड़ा पल में , पहचान लेता है || ३ ||₹

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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