अब अरज सुनो सरकार , क्यों देर लगाई है

अब अरज सुनो सरकार , क्यों देर लगाई है



धुन- बाबुल का ये घर बहना

 अब अरज सुनो सरकार , क्यों देर लगाई है
सुनो-सुनोजी श्याम दातार , भगतों की दुहाई है |

दरबार सजाया है , मेरे श्याम चले आवो,
दिल वालों की बस्ती में , आकर बस जावो,
नाज़ुक दिल ना तोड़ो , तेरी याद सताई है || १ ||

हम दर्शन के प्यासे , दिल तेरा दीवाना है,
निभाना पड़ेगा श्याम , रिश्ता जो पुराना है,
इस दर्दे जिगर की श्याम , एक तूँ ही दवाई है || २ ||

ये दास " सुरेश " प्रभु , तेरे दर का भिखारी है,
ये " श्याम मण्डल " बाबा , चरणों का पुजारी है,
तेरे रूप की मस्ती श्याम , नैनो में समाई है || ३ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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