
धुन- सावन को आने दो
तेरे दर पे हम आयेंगे,
फागुन को आने दो-2 |
दर पे तुम्हारी लगी है भक्तों की लम्बी कतारें,
रंग बिरंगी ध्वजायें दर पे तेरे लहरायें,
हम झुकते आयेंगे हम नाचते आयेंगे हम गाते आयेंगे || १ ||
भजनों की गंगा बहगी गायेंगे आरती तेरी,
हमको भी दर्शन दे दो हम भी हैं तेरे पुजारी,
हम धूम मचायेंगे हम रंग जमायेंगे हम तुम्हें रिझायेंगे || २ ||
फागुण की मस्ती है छाई खुशियाँ है मन में समाई,
वाणी के मन में उमंगें बलखाती लहरों सी आई ,
हम रंग ले आयेंगे गुलाल ले आयेंगे हम तुझको लगायेंगे || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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