Home › There are no categories ढप बाजे बाबा नन्द घर के, published on 27 सितंबर leave a reply ढप बाजे बाबा नन्द घर के,ढप बाजैं |चलो सखी मिल देखन जइए, छैल चिकनिया नागर के ||1||अरू बाजत हैं ढोल दमामा, सुनियत घाव नगारन के ||2||" पुरषोत्तम" प्रभु होरी खेलें, झक मारत घर बारन के ||3||''जय श्री राधे कृष्णा '' Previous Post Next Post post written by: रचनाकार
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