
धुन- पानी रे पानी कान्हाँ रे कान्हाँ , तेरा रंग काला तेरी दीवानी सारी , वृज वाला कान्हाँ रे कान्हाँ , हो कान्हाँ , कान्हाँ रे कान्हाँ हो | तेरे काले रंग ने हमपे , डाले ऐसे डोरे राम ना जाने क्या हो जाता , होते जो तुम गोरे दूध सरीखे उजले मन के , तन का रंग है श्याम || १ || होंठो से जब लगे बाँसुरिया , होता जियरा घायल राधा से तूँ मिले तो छम छम , छम छम बजती पायल कान्हाँ आजा कान्हाँ आजा मुरली मधुर बजादे तान छेड़ कर , श्याम रहम कर-2 , हमको आज नाचादे बिन मुरली के अब गुजरी का जीना हुआ हराम || २ || तेरा रंग चढ़ा है हमपे , चाहे जो करवाले " हर्ष " कहे ऊँगली पे हमको , कान्हाँ आज नचाले कसम तुम्हारी हमको कान्हाँ , लेंगे ना आराम || ३ || जय श्री राधे कृष्ण
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