
धुन- अपने पिया की मैं तो
म्हे तो साँवरिया थासुँ , होली खेलण आया होली को रंग सागे ल्याया जी-थासुँ होली |
फागणियो रंगीलो महीनो , रंग बरसातो आयो चंग बसन्ती बाजण लाग्या , भगतां न नचायो भगतां की टोली म्हे तो , सागे ल्याया थासुँ होली || १ ||
जल गुलाब मं केशर घोली , लाल गुलाल मंगाया चाँदी की पिचकारी मं म्हें , रंग भर करके लय्या केशरिया इत्र म्हे तो सागे ल्याया - थासुँ होली || २ ||
होली की तो रामा श्याम , आमी स्यांमी करस्यां " रवि " कहवे आशिशां थारी , सिर माथे पर धरस्यां जन्म जन्मा की आशा सागे ल्याया - थासुँ होली || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
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