Home › There are no categories वृन्दावन की गोरी नारी | published on 28 सितंबर leave a reply वृन्दावन की गोरी नारी |टूटे हर फाटे सारी |ब्रज की होरी ब्रज की गारी ,ब्रज की श्री राधा प्यारी ||1||पुरुषोत्तम प्रभु खेले होरी ,संग सखा करे किलकारी ||२||जयश्री राधे कृष्ण Previous Post Next Post post written by: रचनाकार
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