वृन्दावन की गोरी नारी |

वृन्दावन की गोरी नारी |



वृन्दावन की गोरी नारी |
टूटे हर फाटे सारी |

ब्रज की होरी ब्रज की गारी ,
ब्रज की श्री राधा प्यारी ||1||

पुरुषोत्तम प्रभु खेले होरी ,
संग सखा करे किलकारी ||२||

जयश्री राधे कृष्ण
 
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