
धुन- ओ दूर के मुसाफिर
मुझे तलाश तेरी , ऐ हारे के सहारे रे ऐ हारे के सहारे , हारा हूँ मैं तो आ रे |
नाकामियों ने मारा , भटके है ये बेचारा, बरबादीयों ने घेरा , ढूंढे तेरा बसेरा-2, आजा दयालु तुझको , तेरा लाडला पुकारे रे || १ ||
भुला हूँ खुद ही हस्ती , फिरता हूँ बस्ती बस्ती, यूँ ही तोलते रहोगे , या फिर मुझे मिलोगे-2, तेरी आस में ही मैंने , रो रो के दिन गुजारे रे || २ ||
मैंने सूना है जैसा , गर श्याम तूँ है वैसा, अब देर ना लगा रे , गिरते को आ उठा रे -2, तेरा " हर्ष " जीत पाये , अब तेरे ही सहारे रे || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
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