कन्हैया बांसुरी वाले , तुम्हारी याद आती है

कन्हैया बांसुरी वाले , तुम्हारी याद आती है



धुन- ना झटको जुल्फ से पानी

कन्हैया बांसुरी वाले , तुम्हारी याद आती है तुम्हारी याद में आँखें , हमारी रो रो बहती है |

फ़साने हैं बहुत दिल में , मिलोगे तो मैं कह दूँगा , जखम गहरे जुदाई के , तुझे मोहन दिखा दूँगा , नहीं तेरे बिना दुनियाँ , ये मुझको रास आती है || १ ||

मैं नादां और अनाड़ी था , तुम्हीं ने प्रीत सिखलाई, वफ़ा करने की साँवरिया , तुम्हीं ने राह दिखलाई , मेरी सुनी सुनी अँखिया , तुझे रो रो बुलाती है || २ ||

सदा वादा ये तेरा था , बुलावोगे तो आऊँगा , फिर आके क्या करोगे तुम , जब बाज़ी हार जाऊँगा , कहे " सुरेश " ए दिलवर , लगी दिल की रुलाती है || ३ ||


जय श्री राधे कृष्ण

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