
श्यामसुन्दर ऐसी कृपा बरसा दे,
हूँ दीवाना तेरा, ओ हूँ दीवाना तेरा,
इस दीवाने से अँखिया मिला ले,
बिन तुम्हारी मेहर, ओ कन्हैया,
कैसी संवारेगी ये, ओ कैसी संवारेगी ये,
जिंदगानी मेरी समझा दे ||1||
किसी चीज़ की न, मुझको तमन्ना,
मैं भिखारी तेरे, ओ मैं भिखारी तेरे,
दर्शनों का, तू दरस दिखा दे ||2||
मेरे दिल को लगन बस तुम्हारी,
चाहे कुछ न मिले, ओ चाहे कुछ न मिले,
तेरी प्रेमगंगा में, डुबकी लगा दे ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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