
धुन- तेरे प्यार में चलकर
संसार को जी भर देख लिया ,
अब तुमको जी भर देखेंगे
अब तक तो हमने ज़हर पिया ,
अब अमृत पीकर देखेंगे || टेर ||
कोई तुझसा सुन्दर श्याम नहीं,
तेरा एक नहीं प्रभु नाम कई,
तेरे नाम में कोई जादू है,
जादू के असर को देखेंगे || १ ||
विष को अमृत कर देते हो,
पापों को तुम हर लेते हो,
कैसे तारे अनगिणी पापी,
हम तेरे हुनर को देखेंगे || २ ||
मैं खाली हाथों आया हूँ,
अपना आपा भी गंवाया हूँ,
" नन्दू " कहने को शब्द नहीं,
अब तेरी महर को देखेंगे || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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