
धुन - जो हम तुम चोरी से
श्याम घर आया जी , नैन भर आया जी
आवो जी आवो म्हारा श्याम - स्वागत है आपका ||
बैठो बैठो बाबा मैं आँगणियों बुहारूँ
नैणा नीर बहाकर थारा चरण पखारूँ
हाज़िर है हर घडी हर घड़ी सेवक ये आपका || १ ||
की करणी स बाबा थे म्हारा घरां पधारया
जीवडे सूं भी ज्यदा थे लागो म्हान प्यारा
सुधर गया ये जनम ये जनम तेरे गुलाम का || २ ||
बोलो बाबा बोलो ना काँई मर्जी थारी
" बनवारी " किरपा कर थे अर्जी सुनली म्हारी
जनम जनम सेवा करूँ दास रहूँ मैं अपने श्याम का || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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