नाम को तेरे प्यारे जप के  प्यारी साथ बुलाऊँ |

नाम को तेरे प्यारे जप के प्यारी साथ बुलाऊँ |



नाम को तेरे प्यारे जप के
 प्यारी साथ बुलाऊँ |

मोर मुकुट घुँघराली अलके
माला भी पहिराऊँ ||१||

लहंगा चूनर प्यारी    पहिरे
नित श्रंगार  धराऊँ ||२||

सुन्दर तेरे नयन कटीले
 कजरा खूब लगाऊँ ||३||

नासिका पर मोतिन  झूले
अधरन बंशी धराऊँ |||4||

जब भी खोलूँ मन की आँखे
 दर्शन तेरा पाऊँ ||५||

राधा के संग रमण करौ तुम
राधारमण तेरो यश गाऊँ ||६||

जय श्री राधे कृष्ण 
श्री कृष्णाय समर्पणं 

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