
धुन - झिलमिल सितारों का आँगन
जिस दिन कन्हैया तेरा दर्शन होगा ,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा
तन मन मेरा तुझको अर्पण होगा || टेर ||
मेरे मन के मन्दिर में मैं , तुझको बिठाऊँगा
भाव भरे उपहार तेरे , चरणों में चढ़ाऊँगा
अंसुवन की धारा में वंदन होगा || १ ||
तेरा मेरा रिश्ता बाबा , बहुत पुराना
मुझको बाबा जी मेरे , कभी ना भुलाना
ध्यान तेरा जब निश दिन होगा || २ ||
जैसा भी करोगे मुझको , वैसा ही मंज़ूर है
दृष्टि दया की तेरी मुझको , पाना तो ज़रूर है
तेरी कृपा से मन दर्पण होगा || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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