बस इतनी तमन्ना है ,ऐ श्याम तुम्हे देखूँ ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ |

बस इतनी तमन्ना है ,ऐ श्याम तुम्हे देखूँ ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ |



बस इतनी तमन्ना है ,ऐ श्याम तुम्हे देखूँ
ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ |
सर मुकुट सुहाना हो ,माथे तिलक निराला हो
गल मोतियन माला हो,,ऐ श्याम तुम्हे देखूँ
ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ ||१||
कानों में हो बाली ,लटके लट घुंघराली
अधरों पे हो मुरली ,ऐ श्याम तुम्हे देखूँ
ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ ||२ ||
दिन हो या अँधेरा हो ,चाहे सांझ सवेरा हो
सोऊ तो सपनों में ,ऐ श्याम तुम्हे देखूँ
ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ ||३ ||
कहता है एक भक्त  सौगात मुझे दे दे
सारे जग के नजारों में , ऐ श्याम तुम्हे देखूँ
ऐ घनश्याम तुम्हे देखूँ ||४ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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