चाहत तुम्हारे प्यार की दिल में समाई है |

चाहत तुम्हारे प्यार की दिल में समाई है |






चाहत तुम्हारे प्यार की दिल में समाई है 
अब तक छुपी थी जो अब रंग लायी है
वरदान दे दे ‘श्याम’ तेरी आरती उतार लूँ
नज़रे दे ‘सूर’ जैसी तुझ को मैं निहार लूँ ||

तेरा नाम सुन के स्वामी दर तेरे आ गया
जैसा सुना था वैसा मैं तेरा प्यार पा गया
दिल चाहता हैं तुझको मैं मन में उतार लूँ
नज़रे दे ‘सूर’ जैसी तुझ को मैं निहार लूँ ||1||

अनमोल प्यार तेरा इस में है रस घनेरा
चर्चा हर जगह ये कि दिल में तेरा बसेरा
दिल चाहता है प्यार से तुझ को पुकार लूँ
नज़रे दे ‘सूर’ जैसी तुझ को मैं निहार लूँ ||2||

चावल सुदामा जैसे प्रभु मैं कहाँ से लाऊं
कर दे तमन्ना पूरी तुझे हाथ से खिलाऊं
जी चाहता है मैं तेरे चरणों को पखार लूँ
नज़रे दे ‘सूर’ जैसी तुझ को मैं निहार लूँ ||3||


''जय श्री राधे कृष्णा ''


Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: