
मोहब्बत मशहूर है श्याम तेरी जमाने में |
कसर नहीं छोड़ते हो तुम नखरे उठाने में ||
भक्त पर आँच स्वामी तुम आने देते नही |
कष्ट कितना भी हो और हो कैसा भी सही ||
भूलते नहीं भक्तो को कभी भी अनजाने में |
देर करते नहीं हो प्रभु तुम उन्हें बचाने में |
| मोहब्बत मशहूर है श्याम तेरी जमाने में ||1||
‘श्याम’ यहाँ चमत्कार करते रहते हो तुम |
कष्ट भक्त जनो के प्रभु हरते रहते हो तुम ||
देर नहीं की कभी दुष्टों का मान घटाने में |
चीर बढ़ा कर दिखा दिया तुमने जमाने में ||
मोहब्बत मशहूर है श्याम तेरी जमाने में || 2||
दुर्योधन की मेवा को पल में ठुकरा दिया |
साग विदुर का तुमने खाकर दिखला दिया ||
देर न की प्रभु सुदामा के चावल चबाने में |
मिसाल कायम की बांके दोस्ती निभाने में ||
मोहब्बत मशहूर है श्याम तेरी जमाने में ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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