प्रभु हम पे कृपा करना ,प्रभु हम पे दया करना

प्रभु हम पे कृपा करना ,प्रभु हम पे दया करना





 प्रभु हम पे कृपा करना ,प्रभु हम पे दया करना 
बैकुंठ तो यही है ,हृदय में रहा करना |

गूंजेंगे राग बनकर ,वीणा की तार बनकर 
प्रगटोगे नाथ मेरे ,ह्रदय में प्यार बनकर 
हर रागिनी की धुन पर ,स्वर बनकर उठा करना ||१||

नाचेंगे मोर बनकर हे श्याम तेरे द्वारे 
घनश्याम छाए रहना ,बनकर के मेघ कारे
अमृत की धार बनकर ,प्यासों पे दया करना ||२ ||

तेरे वियोग में हम ,दिन रात है उदासी 
अपनी शरण में ले लो ,हे नाथ बृज के वासी 
तुम सोहम शब्द बनकर ,प्राणों में रमा करना ||३ || 

प्रभु हम पे कृपा करना ,प्रभु हम पे दया करना 
बैकुंठ तो यही है ,हृदय में रहा करना |

''जय श्री राधे कृष्णा ''

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