
यादों में तेरे श्याम, हम नीर बहाते हैं
आते नहीं क्यों घनश्याम, क्यों आप सताते हैं
बैठे हैं राहों में, पलकों को बिछाये हम
कब होगी महर तेरी, पलकों पे तेरी रहम
अब और न देर करो, हम तुमको बुलाते हैं
यादों में तेरे श्याम, हम नीर बहाते हैं||1||
प्यासा है दिल मेरा, प्यासे हैं नयन मेरे
तूं प्यास बुझादे श्याम, दे कर दर्शन तेरे
दर्शन को हम तरसे, हमें क्यों तरसाते हैं
यादों में तेरे श्याम, हम नीर बहाते हैं||2||
शीशा सा दिल है मेरा, पत्थर ना समझ लेना
राधिका ' गर टूट गया, चरणों में तूं लेना
कण- कण में तूं है श्याम, ये तो दर्शाते है
यादों में तेरे श्याम, हम नीर बहाते हैं||3||
आते नहीं क्यों घनश्याम, क्यों आप सताते हैं
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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