
करुँ अरदास मौका दो, तुम्हे दिल की सुनानी है,
अगर फुर्सत मिले तुमको, नजर तुमसे मिलानी है,
मुझे जी भरके मिलना है, तुम्हारे अनविलत आशिक,
कही रुकसत न हो जाये, मिटानी जिन्दागी है ||1|\
तुम्हे अफसोस न होगा, हमारे जैसे के खातिर,
हमेँ मायूस करने की, तेरी आदत पुरानी है ||2||
सितम दर सितम कर ले, धड़कते दिल की धड़कन पे,
मगर हर एक धड़कन से, तेरी आवाज आनी है,||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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