
अपनी धुन मेँ रहता हूँ,
published on 04 सितंबर
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अपनी धुन मेँ रहता हूँ,
राधे राधे कहता हूँ।
राधे राधे राधे राधे
जब से तेरा नाम लिया
मेरा जीवन जैसे बदल गया,
मारा मारा फिरता था
मुझे तेरा सहारा मिल ही गया,
अब मस्ती मेँ रहता हूँ,
राधे राधे कहता हूँ||1||
तेरी कृपा से श्री राधे मुझे,
रसिकन का सदा संग मिला,
ठोकर खाने बाला था
गुरुदेव ने आकर थाम लिया,
अब संत शरण मेँ रहता हूँ,
राधे राधे कहता हूँ||2||
अपनी धुन मेँ रहता हूँ,
राधे राधे कहता हूँ।
राधे राधे राधे राधे
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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