
चलो देख आयें नन्द घर लाला हुआ
ये तो नन्द जी के कुल का उजाला हुआ
देखो सब ग्वाल बाल चले होक खुशहाल
संग गल बैयाँ डाल नाचे दे दे के ताल
सब मिल जुल कहें गोप ग्वाला हुआ||1||
बाजे शंख घड़ियाल जन्म लीनो गोपाल
सखी बृज में सब ग्वाल बोले जय जय गोपाल
खुले अंगना में पलना है डाला हुआ ||2||
प्रकटे ब्रज ब्रजराज करने भक्तों के काज
आया सारा समाज दर्शन करने को आज
सुख नैनों को पहुचने वाला हुआ ||3||..
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देखो गोकुल की और कैसे नाच रहे मोर
छाये बदल घनघोर बोले पंछी करे शोर
वर्षा आनंद की बरसाने वाला हुआ ||4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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