
श्याम बंशी बजाते हो या मुझे बुलाते हो ,
दीवाना बनाते हो सारी रात जागते हो |
राधे पायल बजाती हो या मुझे बुलाती हो ,
सारा दिन तडपाती हो सारी रात जगाती हो ||
तेरी मुरली की धुन मुझको ,मेरे मन का मीत बनाती है
तेरी पायल की झंकार तो , मुझको नाच नचाती है
तुम रास रचाते हो या मुझे बुलाते हो ||१||
तेरी काली काली आँखों में ये काला काला बादल है ,
ये काला काला बादल नहीं मेरी आँखों का ये काजल है ,
तुम प्रीत बढाती हो या मुझे बुलाती हो ||२||
तुझ में समां जाऊ मै कान्हा ,तुम मुझमे ही समां जाओ
राधे हम दोनों एक ही है ,एक रूप में राधे आजाओ
लेके अवतार आते हो या मुझे बुलाते हो ||३||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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