
राधा रानी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की|
हित अधम उधारन देह धरे
बिन कारन दीनन नेह करे
जब ऐसी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की||1||
निज जन कृन्दन सुनी पावे
तजि श्यामहु निज जन पे आवे
जब ऐसी सरल सुकुमार फिकर हमें काहे की||2||
भ्रकुटी तकत ब्रह्मा नित जाकी
ताकि चरण शरण में आई
जब ऐसी हमारी रखवार फिकर हमें काहे की ||3||
जो तू आवे मम स्वामिनी आगे
तोहे पुतरिन सम आगे राखे
जब ऐसी कृपालु रिझवार फिकर हमें काहे की||4||
''जय श्री राधे कृष्णा''
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