
गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना
मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना|
करूणानिधि नाम तेरा, करूणा दिखलाओ तुम,
सोये हुए भाग्यो को, हे नाथ जगाओ तुम।
मेरी नाव भवर डोले इसे पार लगा देना ||1||
तुम सुख के सागर हो, निर्धन के सहारे हो,
इस तन में समाये हो, मुझे प्राणों से प्यारे हो।
नित्य माला जपूँ तेरी, नहीं दिल से भुला देना ||2||
पापी हूँ या कपटी हूँ, जैसा भी हूँ तेरा हूँ,
घर बार छोड़ कर मैं जीवन से खेला हूँ।
दुःख का मार हूँ मैं, मेरा दुखड़ा मिटा देना ||3||
मैं सब का सेवक हूँ, तेरे चरणों का चेरा हूँ,
नहीं नाथ भुलाना मुझे, इसे जग में अकेला हूँ।
तेरे दर का भिखारी हूँ, मेरे दोष मिटा देना ||4||
इन चरनन की पाऊं सेवा,
जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा।|
''जय श्री राधे कृष्णा''
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