
राम भजन कर मन,
ओ मन रे कर तू राम भजन।
सब में राम, राम में है सब,
तुलसी के प्रभु, नानक के रब्ब।
राम रमईया घट घट वासी,
सत्य कबीर बचन॥1||
राम नाम में पावत पावन,
रवि तेज्योमय चन्द्र सुधा धन।
राम भजन बिन ज्योति ना जागे,
जाए ना जीय की जरन॥2||
नाम भजन में ज्योति असीमित,
मंगल दीपक कर मन दीपित।
सकल अमंगल हरण भजन है,
सकल सुमंगल करन॥3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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