मोहन की मुरली बाजी रे यमुना के तीर

मोहन की मुरली बाजी रे यमुना के तीर



मोहन की मुरली ,
बाजी रे यमुना के तीर |

मुरली बजाके मन हर लीन्हा
कैसे बँधाऊ में मन को धीर
बाजी रे मुरली यमुना के तीर ||1||

काली कमलिया,काले कन्हैया
काला है यमुना का नीर
बाजे रे मुरली यमुना के तीर ||2||

ना तन बस में, ना मन बस में
कैसी सखी है ये पीर
बाजी रे मुरलिया यमुना के तीर ||3||

रोम रोम मनमोहन बैठा
बंधी प्रेम जंजीर
बाजी रे मुरलिया यमुना के तीर ||4||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
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