कान्हा अनाड़ी करे जोर जोरी
published on 11 September
leave a reply
कान्हा अनाड़ी करे जोर जोरी
बैयाँ पकड़मोरी बैयाँ मरोड़ी
छेड़े सताए डगर मोरी रोके
ना माने बेदर्दी करे बरजोरी |
पनिया भरण को री मै तो गयी थी
कान्हा ने वहाँ मोहे घेर लई थी
गगरी मोरी फोड़ी इंडरी मोरी तोड़ी रे
चुनरी भिगो दी छलिया ने मोरी रे||1||
..
बोलूंगी ना मै,ना कुछ मै कहूँगी
मनाये ना जब तक मै रूठी रहूंगी
कोई जाके कह दे कन्हैया से मोरी
ना मानेगी उनसे ये ग्वालिन की छोरी रे||2||
लागी कटारी करेजवा में छलिया
रे कान्हा बजा ना तू ऐसी मुरलिया
सुधबुध खोके पवनिया सी होके
चली आएगी दौड़ी राधा ये तोरी रे .||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
0 Comments: