श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है
published on 11 September
leave a reply
श्याम बिन ज़िन्दगी गुजरती नहीं है
राधे नाम बिन ये सँवरती नहीं है |
पीले पड़ गए हैं ये शाखों के पत्ते
उजड़ गया है ये मधुबन सारा
गोविन्द बिन कुछ भी सुहाता नहीं है ||1||
पनघट भी सूने गलियाँ भी सूनी
वो अमुआ के झूले वो मौसम भी भूले
तेरे बिन सांवरिया हम मरना भी भूले ||2||
वो वंशी की ताने वो यमुना की बाहें
वो कदम्ब की छाहें वो टेढ़ी निगाहें
हर इक याद तेरी भुलाती नहीं है ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
~~
0 Comments: